हैरियट टबमैन की जीवनी -
हैरियट टबमैन, अमेरिकी इतिहास की महत्वपूर्ण व्यक्ति थीं जो 19वीं शताब्दी में उत्साही अभोग अमेरिकी गोरा बंधनीयों (अफ्रीकी-अमेरिकी बंधनीयों) के मुक्ति की लड़ाई में एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाईं। वह मानवता, स्वतंत्रता और न्याय के प्रतीक के रूप में पहचानी जाती हैं।
हैरियट का जन्म 1822 ईसवी में मैरीलैंड राज्य के एक बंधनी परिवार में हुआ था। उनका असली नाम अरमिंता रोस केरिय है, लेकिन उन्हें टबमैन के रूप में प्रसिद्ध किया गया। हैरियट की माता-पिता भूमिहीन थे और वे छोटी उम्र से ही कठिनाइयों का सामना करना सीख गईं। वे एक कठोर बालिका कैंटिन पर काम करती थीं और उस समय उन्होंने ऐसी कठिनाइयों का सामना किया जो एक युवा बच्ची को अपने वयस्क परिवार की संभाल करने के लिए नहीं करना चाहिए था।
हैरियट के बाल्यकाल में उन्होंने कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन अभी तक उन्हें बंधनी बनाने वाली प्रथाओं का अनुभव नहीं हुआ था। 1844 ईसवी में, हैरियट एक गोरा बंधनी के साथ विवाह करने के बाद, उन्होंने उनके स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने का निर्णय लिया।
हैरियट की जीवन की सबसे महत्वपूर्ण घटना थी, जब उन्होंने स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए नागरिकों को मदद करने के लिए गोरा रेलवे नामक एक गुप्त संगठन की स्थापना की। वह बंधनीयों को मुक्त करने के लिए उन्हें नागरिकों के बीच सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने में सक्षम थीं। यह संगठन उन्हें "ट्रेन की माता" के नाम से भी जाना जाता है।
हैरियट टबमैन ने अपने 10 से अधिक मिशनों में लगभग 300 बंधनीयों को मुक्त किया और उन्हें उनकी स्वतंत्रता के लिए उन्नति की और लेकर गयीं। वह अपनी बाहुबली और साहस के कारण प्रमुख अभोग अमेरिकी नेताओं द्वारा मान्यता प्राप्त कर गईं और समाज के अभिजातों में एक प्रेरणा स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त की गईं।
हैरियट की समर्पण और साहसपूर्ण प्रयासों की वजह से उन्हें "भारतीय माता" के रूप में जाना जाता है। वह न्याय, स्वतंत्रता और मानवाधिकारों के लिए एक प्रतीक बनीं।
1865 ईसवी में संघर्ष के बाद, अमेरिकी गृह युद्ध के बाद हैरियट को स्वतंत्रता के वक्ताओं में से एक के रूप में मान्यता प्राप्त हुईं। उन्होंने अपनी ब्रेवरी और सेवानिवृत्ति के लिए राष्ट्रीय सेवा मेडल की सम्मानित की गईं।
हैरियट टबमैन ने एक महिला अधिकारों की संरक्षा करने और अभोग अमेरिकी समाज में स्वतंत्रता की जंग में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी साहसिकता, संघर्ष और सेवानिवृत्ति आदर्शों ने एक पीढ़ी को प्रेरित किया और आगे बढ़ाने में मदद की। उनकी कहानी महिलाओं के शक्तिशाली होने और समाज में समानता की मांग करने का संकेत है।