संगठन संरचना का निर्माण


 संगठन संरचना का निर्माण

(Building the organisation structure)




 व्यवसाय की स्थापना के संबंध में सामान्य नियोजन संबंधित कार्रवाई पूरी हो जाने के बाद उपक्रम को वैज्ञानिक रूप से संगठित करने तथा एक  कार्यशील ढांचा तैयार करने की कार्रवाई की जाती है इन कार्यवाही कि जाती है।  इनके  प्रमुख अंग निम्नलिखित है ।

1 उपक्रम की वैधानिक रूप से संगठित करना 

(Statutory of under taking)

उपक्रम की स्थापना एकल स्वामित्व साझेदारी संयुक्त पूंजी वाली कंपनी तथा सहकारी संगठन के रूप में किया जाता है। साझेदारी संगठन की स्थिति में साझेदारों को आपस में एक साझेदारी समझौता करना होता है। जिसमें  सझोदरो के  अधिकारों और दायिव्त पूंजी   की राशि लाभ हानि विभाजन का अनुपात केवल वेतन ब्याज आदि शर्तों का उल्लंघन किया जाता है ।

उपक्रम को एक संयुक्त पूंजी कंपनी के रूप में संगठित करने के लिए निम्न कार्रवाई की जाती है

प्रारंभिक कार्यवाही 

इसमें कंपनी के सीमा नियम और अंतर नियम तैयार करवाना प्रारंभिक संचालक को  और सदस्यों को तय करना  और कानूनी सलाहकारों की नियुक्ति करना आदि शामिल होता है

 व्यवसाय प्रारंभ करने का प्रमाण पत्र 

 रजिस्टर द्वारा व्यवसाय प्रारंभ करने का प्रमाण पत्र तभी दिया जाता है ।जबकि कंपनी यह कार्यवाही और पूरी करें ।जिसे जिसे प्रविवरण जारी करके  उसकी एक प्रति रजिस्टर के पास जमा करवाना अंश आवेदन विवरण देना कानूनी सलाहकार तथा सचिव को घोषणा की व्यवसाय प्रारंभ करने की समस्त  कार्यवहीं कर ली है ।

  समामेलन कि  कार्यवाही

इसमें कंपनी के रजिस्टर द्वारा पंजीयन करवाना शामिल है पंजीयन के लिए अपने राज्य के कंपनी रजिस्टर को प्रार्थना पत्र देकर साथ में कई प्रपत्र प्रस्तुत करने होते हैं ।जैसे सीमानियम के अंतर्गतनियम की एक-एक प्रति संचार को संचालक को किस सूची कंपनी के रजिस्टर्ड कार्यालय की सूचना मुख्य समझौता की प्रतिलिपियां इत्यादि इस  कार्यवहीं कंपनी का पंजीयन कर लिया जाता है।

1. औद्योगिक लाइसेंस 

औद्योगिक लाइसेंस स्थापित की जाने वाली संस्था औद्योगिक संगठन है  इसके लिए उद्योग विकास एवं नियमन अधिनियम  1951 के अंतर्गत लाइसेंस प्राप्त करना पड़ता है 

(a)  प्रविवरण  का निगमन

 जब अंश जनता को जारी किए जाते हैं तो कंपनी को एक प्रविवरण  निर्गमित करना पड़ता है । यदि प्रवर्तक सभी अंश खरीद लेते हैं या कुछ अंश मित्रों को जारी कर दिए  जाते हैं तो उन्हें ऐसा करने के तीन दिन पूर्व रजिस्टर के पास एक स्थानापन्न  प्रविवरण प्रस्तुत करना पड़ता है 

(b )सेबी द्वारा जांच

 प्रविवरण जारी करने से पूर्व उसकी सेबी से जांच भी करनी होती है ।  

(c)  उद्योग  निदेशालय में पंजीयन 

औद्योगिक संगठन का  उद्योग  निदेशालय में भी पंजीयन करवाना आवश्यक होता है।  और यह अनिवार्य नहीं होता है उद्योग निदेशालय के अंतर्गत पंजीयन का कार्य संबंधित जिले का जिला उद्योग केंद्र करता है।

(d ) वित्त मंत्रालय 

विदेशी सहयोग की समझौते के लिए वित्त मंत्रालय की स्वीकृति प्राप्त करने पड़ती है

(e ) कंपनी विधान मंडल 

कंपनी द्वारा संबंध संचालक को प्रबंध को एजेंट को आदि के साथ किए गए नियुक्ति समझौता के लिए कंपनी विधानमंडल की अनुमति जरूरी होती है।

2 आवश्यक संसाधनों को एकत्रित करना 

आवश्यक संसाधनों को एकत्रित  के अंतर्गत  निम्नलिखित  कार्य  होते है 

1.भवन निर्माण की दशा में नगरपालिका ।

2.यंत्र या मशीन प्राप्त करना  तथा उसे स्थापित करना ।

3. औद्योगिक बस्ती में  भूमि और भवन प्राप्त करना ।

4. कच्चे माल की व्यवस्था करना।

5. कर्मचारियों और श्रमिकों को प्राप्त करना और उनको प्रतिक्षण देना

 6.आवश्यक  सुविधाओं जैसे कि विद्युत जल संचार आदि प्राप्त करना  और तकनीकी   विशेषज्ञों को से प्राप्त करना ।

 7.आयात निर्यात हेतु आवश्यक प्रदान करना और तकनीकी विशेषज्ञ आदि को नियुक्त करना ।

उद्यमी कई सुविधाएं केंद्रीय सरकार एवं राज्य सरकार तथा उनके संगठनों से प्राप्त कर सकता है और इन सुविधाओं को प्राप्त करने के लिए उद्यमी को आवेदन करना होता है।

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